GEET GAGAR

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अहंकार.. स्वाहा !
संपादकीय - कहते हैं सावन का महीना रूठे हुओं को मनाने का होता है । सम्पादक तो हमेशा दिल तोड़ने का ही काम करता है। वह एक बार जोड़ भी ले तो फिर टूटने का ख़तरा मँडराता है। मेरी स्थिति तो साँप-छछूदर जैसी है।न निगलते बनता है, न उगलते बन…
October 18, 2019 • DINESH PRABHAT
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KAVYADHARA 56 SAMRAT NAGAR ASHOK NAGAR BHOPAL 462023
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